बचपन में शायद ही कोई व्यक्ति ऐसा रहा होगा जिसने हिन्दी बाल पत्रिकायें, चन्दामामा, चंपक, नन्दन, हिन्दी कॅामिक्स नहीं पढी होगी, मैं आज आपको ऐसी साइट का पता बता रहा हॅू जिस पर स्लो इन्टरनेट कनेक्शन पर भी यह सारी पत्रिकायें ऑनलाइन पढी जा सकती हैं। इस साइट का नाम है pyaretoons.com इनका संग्रह बहुत बडा है, यहॉ लगभग 4200 पत्रिकायें हैं, जो कई भाषाओं में उपलब्ध है जिनमें से कई तो बहुत ही पुरानी हैं, जिसको बिना किसी शुल्क दिये पढ सकते हो। तो अगर बचपन में चाचा चौधरी पढी हो और दोबारा पढने का मन हो तो कहीं जाने की आवश्यकता नहीं है बस क्लिक कीजिये और शुरू हो जाईये।
शुक्रवार, 9 मई 2014
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बचपन में शायद ही कोई व्यक्ति ऐसा रहा होगा जिसने हिन्दी बाल पत्रिकायें, चन्दामामा, चंपक, नन्दन, हिन्दी कॅामिक्स नहीं पढी होगी, मैं आज आपको ऐसी साइट का पता बता रहा हॅू जिस पर स्लो इन्टरनेट कनेक्शन पर भी यह सारी पत्रिकायें ऑनलाइन पढी जा सकती हैं। इस साइट का नाम है pyaretoons.com इनका संग्रह बहुत बडा है, यहॉ लगभग 4200 पत्रिकायें हैं, जो कई भाषाओं में उपलब्ध है जिनमें से कई तो बहुत ही पुरानी हैं, जिसको बिना किसी शुल्क दिये पढ सकते हो। तो अगर बचपन में चाचा चौधरी पढी हो और दोबारा पढने का मन हो तो कहीं जाने की आवश्यकता नहीं है बस क्लिक कीजिये और शुरू हो जाईये।
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लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है, चढ़ती दीवारों पर, सौ बार फिसलती है।
मन का विश्वास रगों में साहस भरता है, चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है।
आख़िर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती, कुछ किये बिना ही जय जय कार नहीं होती| कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।