गुरुवार, 23 जनवरी 2014

पाखी की दुनिया

नव वर्ष -2014 का स्वागत …




ढलता जायेगा सूरज 


बढ़ती जायेगी समय की सुई 


रात के आगोश में 
सो जायेगा पुराना साल 


चमचमाती लाइटों के बीच 
होगा नए साल का धमाल 


कड़कड़ाती ठण्ड के बीच 
रजाइयों में दुबके हम 


अहा!
स्वागत करो सूरज की  किरणों का 
आ गया है एक और नया साल .... !! 



नव वर्ष -2014 पर आप सभी को ढेर सारी बधाईयाँ। 
आप सब अपना आशीर्वाद और स्नेह देना न भूलियेगा।

HAPPY NEW YEAR -2014

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लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है, चढ़ती दीवारों पर, सौ बार फिसलती है।
मन का विश्वास रगों में साहस भरता है, चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है।
आख़िर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती, कुछ किये बिना ही जय जय कार नहीं होती| कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।